अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर
पाठ से
प्रश्न 1. कर्पूरी ठाकुर परिजनों को प्रतीक्षा करने के लिए क्यों कहते है ?
उत्तर- कर्पूरी ठाकुर अपने परिजनों को प्रतीक्षा करने के लिए इसलिए कहते है क्योंकि भारतमाता परतंत्रता की पीड़ा से कराह रही है | इस स्थिति में पढाई करते हुए आजादी की लड़ाई लड़ना संभव नहीं है | देशवासियों को सम्मानजनक तथा सुविधा-संपन्न स्वाधीन जीवन-यापन करने के लिए मातृभाषा को आजादी प्राप्त करना आवश्यक है | इसलिए जब तक देश स्वतंत्र नहीं हो जाता, तब तक मेरे परिजनों को भी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी | स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद ही मेरी पढाई शुरू होगी |
प्रश्न 2. मैट्रिक के बाद उच्च शिक्षा के लिए उन्हें कहाँ और किस प्रकार जाना पड़ता था ?
उत्तर- मैट्रिक परीक्षा के बाद कर्पूरी ठाकुर उच्च शिक्षा के लिए दरभंगा के चंद्रधारी मिथिला कॉलेज में अपना नामांकन कराया | आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण घर से ही घुटने तक धोती पहने, कंधे पर गमछा रखे, बिना जूता-चप्पल पाँव-पैदल चलकर मुक्तापुर स्टेशन पहुंचते थे और वही से रेलगाड़ी पकड़कर दरभंगा पहुंचते | दिन भर कॉलेज में पढ़कर संध्या समय घर वापस लौटते | इस तरह नित्य 50-60 किमी की यात्रा करके दो वर्षों तक पढाई जारी रखी |
प्रश्न 3. कर्पूरी ठाकुर को कौन-कौन-सा कार्य करने में आनंद मिलाता था ?
उत्तर- कर्पूरी ठाकुर को दौड़ाने, तैरने तथा ग्रामीण गीतों के गायन में विशेष आनंद मिलता था | इस संबंध में राजेन्द्र शर्मा ने लिखा है - कर्पूरी ठाकुर को गीत गाने तथा मंडली में डफ बजाने का शौक था | होली और चैत गाने में गाँव की मंडली में बराबर अगुआगिरी करते रहे | मंडली में बैठकर डफली बजाने का तो वे विधायक बन जाने के बाद भी करते रहे | इसी प्रकार उन्हें पढ़ने तथा गाय चराने में आनंद मिलता था |
प्रश्न 4. सचिवालय स्थित कार्यालय में पहले दिन उन्होंने कैसा दृश्य देखा तथा उस पर क्या निर्णय लिया ?
उत्तर- सचिवालय स्थित कार्यालय में जाते समय पहले दिन लिफ्ट के ऊपर अंग्रेजी में लिखा देखा - 'Only for officers' तो वह चौंक पड़े,क्योंकि उपरी तल पर लिफ्ट से राजपत्रित कर्मचारी ही जा सकते थे | अराजपत्रित कर्मचारियों को मनाही थी | उन्हें सीधी से ऊपर तल जाना पड़ता था | कर्पूरी ठाकुर को यह सामंती जैसा प्रतीत हुआ | तब उन्होंने सरकारी वरीय पदाधिकारियों की इच्छा के विरुद्ध लिफ्ट का प्रयोग सबके लिए आम कर दिया | यानि अरजपत्रिता कर्मचारी के साथ-साथ सचिवालय में काम से आने वाले लोग भी लिफ्ट का प्रयोग कर सकते थे |
पाठ से आगे
प्रश्न 1. अपने अध्ययन के दौरान आपको किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ?
उत्तर- अध्ययन के दौरान हमें आर्थिक समस्या के साथ-साथ घरेलु समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है | कारण की पिताजी की आय से परिवार का भरण-पोषण मुश्किल से ही होता है | इस कारण पढ़ने के साथ ही ट्यूशन पढ़ाकर अपनी पढाई का खर्च पूरा करना पड़ता है | घर से स्कुल की दुरी चार किमी है | नित्य पैदल चलकर स्कुल जाना-आना पड़ता है |
प्रश्न 2. आपको दिन भर में बहुत सारे काम करने पड़ते है | यथा-कॉमिक्स पढ़ना, खेलना, छोटे भाइयों की देख-रेख करना, खाना बनाने में सहयोग करना, परीक्षा की तैयारी करना, सोना आदि | आप किन कार्यों पर कितना समय देंगे और क्यों ?
उत्तर- छात्र इस प्रश्न को खुद से बनाये |
व्याकरण
अनेक शब्दों के बदले एक शब्द :
भाषा की सुदृढ़ता, भावों की गंभीरता और चुस्त शैली के लिए यह आवश्यक है की लेखक शब्दों के प्रयोग में संयम से कम ले ताकि वह विस्तृत विचारों या भावों को थोड़े-से शब्दों में व्यक्त कर सके |
'गागर में सागर भरना' कहावत यहीं चरितार्थ होती है | विस्तृत विचारों या भावों को थोड़े शब्दों में 'अनेक शब्दों के बदले एक शब्द' की जानकरी से प्रस्तुत की जा सकती है | जैसे-
(क) जो दिनों के बंधू हो - दीनबंधु
(ख) विभिन्न विषयों पर विचार करनेवाला - विचारक
(ग) सामाजिक कुरीतियों को दूर करनेवाला - समाज-सुधारक
(घ) बिना शुल्क का - नि:शुल्क
2. राजा का पुत्र - राजपुत्र
विद्या का आलय - विद्यालय
रसोई के लिए घर - रसोईघर
उपर्युक्त उदाहरणों में हमने देखा की दो शब्दों के बीच एक विभक्ति का प्रयोग किया गया है | विभक्ति लोप के बाद दोनों शब्द मिलकर एक शब्द हो गए है | ऐसे ही संयुक्त शब्दों को समास कहते है |
3. निम्नलिखित शब्दों में से विभक्ति हटाकर एक नया शब्द बनाइए |
उत्तर- जनों के नायक = जननायक
भूमि का सुधार = भुमिसुधार
गृह में प्रवेश = गृहप्रवेश
शक्ति से हिन = शक्तिहीन
देह से चोर = देहचोर
लोगों के नायक = लोकनायक
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