अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर
पाठ से
प्रश्न 1. खेमा कसारा के होटल पर काम क्यों करता था ?
उत्तर- खेमा कसारा के होटल पर काम इसलिए करता है क्योंकि उसके पिता ने अपनी गरीबी के कारण अपने बेटे खेमा को बेच दिया था | खेमा अपने भाइयों में सबसे छोटा था, जो आठ-नौ वर्ष की आयु में रोजगार की पहली पायदान पर चढ़ गया | तात्पर्य की गरीबी के कारण खेमा कसारा के होटल में काम करता था |
प्रश्न 2. खेमा द्वारा चप्पल की माँग करने पर कसारा ने क्या जबाब दिया ?
उत्तर- खेमा द्वारा चप्पल की माँग करने पर कसारा ने जबाब दिया की अपना काम करो, नहीं तो चप्पले सिर पर लगेगी | खाने को दाने नहीं थे, इसलिए तुम्हारे पिता ने तुम्हे मेरे हाथों बेच दिया और अब तुम्हारे पैर पकते है, इसलिए चप्पल चाहिए | अर्थात तुम्हे चप्पलें नहीं मिलेगी |
प्रश्न 3. अपने पैरों पर पानी गिरने से खेमा को तसल्ली क्यों मिलती थी ?
उत्तर- अप्रैल का महिना था | धुप तेज हो गई थी | उसे नंगे पैर इधर-उधर चाय पहुँचाने तथा गिलास लाने के लिए जाना पड़ता था | गर्म सड़क पर चलने के कारण उसके पैर जलते थे | अत: जलन से शांति पाने के लिए वह पैरों पर पानी गिरा देता था |
प्रश्न 5. जब लेखक ने खेमा के पिता से कहा की वे खेमा को अपने साथ ले जाकर पढाना चाहते है तब उसकी आँखें क्यों भर आई ? अपना विचार दीजिए |
उत्तर- जब लेखक ने खेमा के पिता से कहा की वह खेमा को अपने साथ ले जाकर उसे पढाना चाहते है तब उसकी आँखें इसलिए भर आई क्योंकि उसके मन में अपने बच्चे के प्रति अनुराग उमड़ आया था | उसने अपने बच्चे को बेच दिया था | लेखक की बात सुनकर खेमा के पिता को अपनी लाचारी सताने लगी होगी की बिना रुपये चुकाए खेमा लेखक के साथ कैसे जाएगा | इसी अभाव एवं पुत्र के भविष्य-निर्माण की बातों से उसकी आँखें भर आई |
पाठ से आगे
प्रश्न 1. खेमा कहानी पढ़कर आपके दिमाग में कौन-से प्रश्न उठ रहे है ?
उत्तर- खेमा कहानी पढ़कर मेरे दिमाग में यही प्रश्न उठते है की जिस देश के भविष्य को दूध के दांत गिरने से पहले भरण-पोषण के लिए कोल्हू का बैल बनना पड़ता है तथा शोषण, अपमान आदि सहने के लिए विवश होना पड़ता है, उस देश का विकास कैसे होगा ? साथ ही, ऐशो आराम की जिंदगी बिताने वालों की शोषक प्रवृति के कारण बाल-मजदूरी को बढ़ावा मिल रहा है | मेरे दिमाग में यह प्रश्न भी उठता है की सरकार की कमजोरी के कारण ही देश के लाखों बच्चों को भी खेमा जैसी जिंदगी बिताने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है |
प्रश्न 2. कसारा से चप्पल माँगने पर खेमा को फटकार लगी उसके बावजूद वह काम करने लगा ? आप रहते तो क्या करते ?
उत्तर- कसारा की फटकार, मार तथा शोषण के बावजूद खेमा इसलिए काम करने लगे, क्योंकि उसके माँ-बाप ने खेमा को उनके हाथों बेच दिया था | अपनी लाचारी के कारण ही वह कसारा का काम करने लगा | यदि मै रहता तो मै भी वही करता, जैसा खेमा ने किया | क्योंकि जब कोई व्यक्ति लाचार होता है तो उसे अपनी लाचारी का दंड भोगना ही पड़ता है | यह संसार का नियम है | यही कारण है की खेमा कोल्हू का बैल बने रहने के बावजूद गाली सुनता है लेकिन प्रतिकार नहीं करता |
प्रश्न 3. कसारा को होटल छोड़ने के बाद खेमा के जीवन में किस प्रकार का परिवर्तन आया होगा ? अपने विचार लिखिए |
उत्तर- कसारा का होटल छोड़ने के बाद खेमा के जीवन में उसी प्रकार का परिवर्तन आया होगा, जैसा परिवर्तन पक्षी को पिंजरे से मुक्त होने पर होता है | उसका जीवन समयबद्ध हो गया होगा | वह निर्भीक एवं मुक्त वातावरण में रहता होगा | उसे किसी की गाली नहीं सुननी पड़ती होगी | वह समय से सब काम करता होगा | अपने साथियों के साथ खेलता होगा और अपनी बाल्यावस्था के आनंद का मजा ले रहा होगा | खेमा के जीवन में आमूल-चुल परिवर्तन आ गया होगा |
प्रश्न 4. बाल मजदूरी की तरह समाज में अन्य कुप्रथाएँ भी प्रचलित है | उन पर चर्चा कीजिए |
उत्तर- बाल मजदूरी की तरह समाज में अन्य कुप्रथाएं है- जाति प्रथा, वर्ग भेद, भ्रूण हत्या, ऊँच-नीच आदि | इन दूषित भावनाओं के कारण सामाजिक एकता कमजोर हो गई है | चोरी, डकैती, काट-मार आदि का बोलबाला हो गया है | लोगों की मानवता मरती जा रही है | अनैतिक ढंग से धन कमाने की होड़ लग गई है |
प्रश्न 5. बाल मजदूरी समाप्त करने के लिए सुझाव दीजिए |
उत्तर- बाल मजदूरी देश के लिए एक गंभीर समस्या है | किसी देश का भविष्य उस देश के बच्चे ही होते है | बच्चों के भविष्य पर ही देश का भविष्य बनता-बिगड़ता है | यदि बच्चों को उपयुक्त माहौल मिलता है तो देश का विकास हो पाता है, यदि अनुकूल वातावरण का अभाव होता है तो देश पिछड़ जाता है | इसलिए मेरा सुझाव होगा की सर्वप्रथम बाल-मजदूरी उन्मूलन कानून सख्ती से लागू हो | गरीबों को सहायता देकर उनकी आर्थिक दशा-सुधारी जाए, ताकि उन्हें अपने बच्चे के भरण-पोषण में कठिनाई न हो | शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए हर गाँव/कस्वों में विद्यालय खोले जाएँ | गरीब बच्चों को शिक्षा प्राप्ति के प्रति रूचि बढ़ाने का प्रयास किया जाए |
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