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Bihar Board Class 8th Hindi Chapter 12 | N.C.E.R.T. Class 8 Hindi Ka Book Kislay | All Question Answer | विक्रमशिला (पाठ्यपुस्तक विकास समिति) | बिहार बोर्ड क्लास 8वीं हिंदी अध्याय 12 | सभी प्रश्नों के उत्तर

 Bihar Board Class 8th Hindi Chapter 12  N.C.E.R.T. Class 8 Hindi Ka Book Kislay  All Question Answer  विक्रमशिला (पाठ्यपुस्तक विकास समिति)  बिहार बोर्ड क्लास 8वीं हिंदी अध्याय 12  सभी प्रश्नों के उत्तर
अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर 

पाठ से 

प्रश्न 1. विक्रमशिला नामकरण के सन्दर्भ में प्रचलित जनश्रुति क्या है ?

उत्तर- विक्रमशिला नामकरण के सन्दर्भ में प्रचलित जनश्रुति है की वहाँ के आचार्यों के विक्रमपूर्ण आचरण तथा उनकी अखंड शील संपन्नता के कारण इसे विक्रमशिला नाम से संबोधित किया गया | साथ ही, यह भी मान्यता है की विक्रम नामक यक्ष को दमित कर उस स्थान पर विहार बनाने के कारण इसका नाम विक्रमशिला रखा गया |

प्रश्न 2. विक्रमशिला कहाँ अवस्थित है ?

उत्तर- विक्रमशिला भागलपुर जिला जो प्राचीन अंग महाजनपद नाम से लोकप्रिय था, के कहलगाँव थानान्तर्गत पथरघट्ट के एक छोटे से गाँव अन्तिचक में है | इसकी स्थापना आठवीं सदी में मध्य में पालवंशी राजा धर्मपाल के संरक्षण में हुई थी |

प्रश्न 3. यहाँ के पाठ्यक्रम में क्या-क्या शामिल था ?

उत्तर- यहाँ के पाठ्यक्रम में तंत्र विद्या के अतिरिक्त व्याकरण, न्याय, सृष्टि-विज्ञान, शब्द-विद्या, शल्य-विद्या, संख्या, वैशेषिक, आध्यात्म विद्या, विज्ञान एवं चमत्कार शामिल थे | पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मनुष्य को पूर्ण मानव बनाना था, इसलिए दान, शील, धैर्य, वीर्य, ध्यान और प्रज्ञा पारमिता के मुख्य अंग में पारंगत होना आवश्यक था |

नवागत विद्यार्थियों को कुछ समय के लिए भिक्षु वर्ग में रहना पड़ता था, फिर उन्हें बौद्ध सिद्धांतो से परिचित कराया जाता था |

पाठ से आगे 

प्रश्न 1. परिभ्रमण के दौरान आप इस स्थल का चयन करना क्यों पसंद करेंगे ?

उत्तर- परिभ्रमण के दौरान मै इस स्थल का चयन करना इसलिए पसंद करूँगा, क्योंकि यह स्थल भारत के गौरवशाली अतीत का परिचय कराता है | यही देश-विदेश के विद्यार्थी अध्ययन करके स्वत: मान-सम्मान के सकदार हो जाते थे | आज के कैम्ब्रिज तथा आक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों से अधिक उन्नत और महत्वपूर्ण विश्वविद्यालय यही था | यहाँ का विद्यार्थी होना अपने आप में गौरव की बात थी | हमारा अतीत कितना गौरवशाली तथा महान था इसका अनुमान इस स्थल का परिभ्रमण करने पर ही होगा | इसी उदेश्य से परिभ्रमण के लिए इस स्थान का चयन करना पसंद करूँगा |

प्रश्न 2. इस विश्वविद्यालय को आधुनिक बनाने के लिए आप क्या-क्या सुझाव देंगे ?

उत्तर- इस विश्वविद्यालय को आधुनिक बनाने के संबंध में मेरा सुझाव होगा की यहाँ विश्वप्रसिद्ध विद्वानों की नियुक्ति की जाए | नामांकन पूर्व छात्रों की योग्यता की जाँच के लिए परीक्षा ली जाए | विषयगत पढाई के साथ-साथ मानवता का पाठ पढाया जाए, ताकि शिक्षण समाप्ति के उपरांत अपना कार्य पूर्ण दायित्व एवं मानवतापूर्ण ढंग से करें | 

प्रश्न 3. तंत्र विद्या के बारे में आप क्या जानते है ?

उत्तर- तंत्र विद्या वह विद्या है जिसमे चमत्कार एवं भुत-प्रेत संबंधी ज्ञान के बारे में बताया जाता है | इसमे कुछ ऐसी प्रक्रियाएँ है जिनके माध्यम से लोग सिद्धि प्राप्त करते है | इसमे बलि के साथ-साथ युग की प्रधानता होती है | काली इसका आराध्य होती है |

प्रश्न 4. निम्नलिखित संस्थाओं को उनकी श्रेणी के अनुसार बढ़ते क्रम में सजाइए |

(क) विश्वविद्यालय, (ख) प्रारम्भिक विद्यालय, (ग) महाविद्यालय, (घ) माध्यमिक विद्यालय, (ड) प्राथमिक विद्यालय |

उत्तर- (क) प्रारम्भिक विद्यालय, (ख) प्राथमिक विद्यालय, (ग) माध्यमिक विद्यालय, (घ) महाविद्यालय, (ड) विश्वविद्यालय |

व्याकरण 

संधि : दो वर्णों के मेल से होनेवाले परिवर्तन को संधि कहते है | जैसे- पुस्तक + आलय = पुस्तकालय | अ + आ = आ 

संधि के तीन भेद है :

1. स्वर संधि, 2. व्यंजन संधि, 3. विसर्ग संधि |

स्वर संधि : दो स्वर वर्णों के मेल से होने वाले परिवर्तन को स्वर संधि कहते है | जैसे- विद्या + अर्थी = विद्यार्थी, आ + अ = आ 

व्यंजन संधि : व्यंजन वर्णों के साथ स्वर अथवा व्यंजन वर्ण के मेल से होने वाले परिवर्तन को व्यंजन संधि कहते है | जैसे - दिक् + गज = दिग्गज 

विसर्ग संधि : विसर्ग के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से जो परिवर्तन होता है उसे विसर्ग संधि कहते है | जैसे - मन: + रथ = मनोरथ | 

समास : दो या दो से अधिक पदों के अपने बीच की विभक्ति को छोड़कर नए पद बनाने की क्रिया को समास कहते है | जैसे - गंगा का जल - गंगाजल |

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