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लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Type Answer Question)
1. वाष्पोत्सर्जन को परिभाषित करें |
उत्तर- द्रव का कमरे के ताप या द्रव के क्वथनांक के नीचे के तापों पर वाष्प बनकर धीरे-धीरे वायुमंडल में जाने की क्रिया वाष्पोत्सर्जन कहलाती है |
2. वाष्पोत्सर्जन एवं स्थानान्तरण में अंतर लिखें |
उत्तर- पौधों के वायवीय भागों (स्टोमाटा, क्यूटिकल एवं लेन्तिसेल्स) द्वारा वाष्प के रूप में जल निष्कासन की क्रिया वाष्पोत्सर्जन कहलाती है | यह एक शारीरिक क्रिया है, एवं अलग-अलग पादपों में इस क्रिया से निष्कासित जल की मात्रा में भिन्नता होती है |
लेकिन स्थानान्तरण में पौधों में जल, खनिज लवण एवं खाद्य-पदार्थों का बहुत ऊंचाई तक संचलन होता है | इस स्थानान्तरण की क्रिया में वाष्पोत्सर्जन की भुमिका होती है | यह फ्लोएम की चालनी नलिकाओं द्वारा होता है |
3. वाष्पोत्सर्जन क्रिया का पौधों के लिए क्या महत्त्व है ?
उत्तर- वाष्पोत्सर्जन क्रिया का पौधों के लिए अग्रलिखित महत्त्व है-
(i) यह पौधों के मुलरोम द्वारा खनिज लवणों के अवशोषण एवं जड़ से पत्तियों तक उनके परिवहन में सहायक होता है |
(ii) यह पौधों में तापक्रम संतुलन बनाये रखता है |
(iii) वाष्पोत्सर्जन के कारण ही पौधों की जड़ों से चोटी तक जल की निश्चित धारा बनी रहती है |
(iv) दिन में रंध्रों के खुले रहने पर वाष्पोत्सर्जन कर्षण ही जाइलम में जल की गति के लिए मुख्य प्रेरक बल का कार्य करता है |
4. लसिका क्या है ? इसके कार्यों का वर्णन करें |
उत्तर- लसिका श्वेत संवहनी संयोगी ऊत्तक है | रक्त प्लाज्मा की कुछ मात्रा कोशिकाओं से विसरित होकर ऊत्तकों में स्थित कोशिकाओं के बीच के रक्त स्थानों में प्रविष्ट हो जाती है | ये विसरित प्लाज्मा को ऊत्तक द्रव या लसिका कहते है |
लसिका के द्वारा कोशिकाओं में आक्सीजन सरलतम भोज्य पदार्थों तथा हार्मोन का विसरण होता है | इसके द्वारा CO2 जल तथा अपशिष्टों का भी विसरण होता है |
5. लसिका की क्या उपयोगिता है ? प्रकाश डालें |
उत्तर- लसिका श्वेत संवहनी संयोगी ऊत्तक है | रक्त प्लाज्मा की कुछ मात्रा कोशिकाओं से विसरित होकर ऊत्तकों में स्थित कोशिकाओं के बीच के रक्त स्थानों में प्रविष्ट हो जाती है | ये विसरित प्लाज्मा को ऊत्तक द्रव या लसिका कहते है |
लसिका के द्वारा कोशिकाओं में आक्सीजन सरलतम भोज्य पदार्थों तथा हार्मोन का विसरण होता है | इसके द्वारा CO2 जल तथा अपशिष्टों का भी विसरण होता है |
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