प्रश्न 1. नचिकेता कौन था ?
उत्तर – नचिकेता महर्षि बाजश्रवा का इकलौता पुत्र था ।
प्रश्न 2. नचिकेता क्यों दुःखी हुआ? उसने अपने पिता से क्या कहा ?
उत्तर – नचिकेता अपने पिता की लोभ-प्रवृत्ति देखकर दुःखी हुआ, कारण कि पिता ने यज्ञ में अपना सर्वस्व दान में देने का निश्चय किया था, लेकिन यज्ञ की अन्तिम घड़ी में कमजोर, बूढ़ी तथा दूध न देनेवाली गाएँ ब्राह्मणों को दान में दे रहे थे पिता की ऐसी लोभ-प्रवृत्ति पर उसने अपने आपको दान में देने के लिये पिता से कहा ।
प्रश्न 3. नचिकेता यमपुरी किस लिए गया ?
उत्तर – पिता की आज्ञापालन करने के लिए नचिकेता यमपुरी गया । वह पिता के यज्ञ की सफलता के उद्देश्य से यमपुरी गया क्योंकि पिता ने उसे मृत्यु को दान में दे दिया था ।
प्रश्न 4. नचिकेता को यमपुरी के मुख्य द्वार पर क्यों रुकना पड़ा?
उत्तर- नचिकेता को यमपुरी के मुख्य द्वार पर इसलिए रुकना पड़ा, क्योंकि उस समय यमराज कहीं बाहर गए हुए थे ।
प्रश्न 5. नचिकेता ने पहला वर क्या माँगा ?
उत्तर – नचिकेता ने पहला वर यह माँगा कि पिताजी का उस पर से क्रोध शान्त हो और उन्हें सर्वमेघ यज्ञ का सुफल प्राप्त हो ।
प्रश्न 6. नचिकेता ने दूसरा और तीसरा वर क्या माँगा ?
उत्तर – नचिकेता ने अपने दूसरे वर में माँगा कि देव! जिस विद्या से भय उत्पन्न न हो, वह विद्या मुझे प्राप्त हो । तीसरे वर में उसने आत्मा का रहस्य प्रकट करने का आग्रह किया ।
प्रश्न 7. किसने, किससे कहा ?
(क) "मृत्यु के मुख में पहुँचकर कोई नहीं लौटा वत्स !"
उत्तर – यह बात महर्षि वाजवा ने अपने पुत्र नचिकेता से तब कहा जब नचिकेता यमराज के पास जाने की अनुमति माँगी ।
(ख) "छोटा मुँह और बड़ी बात करता है। यज्ञ की मुझे चिन्ता होनी चाहिए, तुझे नहीं ।"
उत्तर – यह बात बाजवा ने अपने पुत्र नचिकेता से उस समय कही, जब नचिकेता ने कहा – मैं यमराज के पास चला जाऊँगा । पर आप यज्ञशाला की सारी गाएँ ब्राह्मणां को दान में दे दें ।
(ग) "आप तो यमपुरी जाने की आज्ञा पहले ही दे चुके हैं। अब कुछ भी कहना मेरे लिए निरर्थक है ।"
उत्तर- यह बात नचिकेता ने अपने पिता बाजवा से तब कही, जब बाजश्रवा अपने पुत्र को यमपुरी जाने की आज्ञा देने से इनकार कर रहे थे ।
पाठ से आगे :
प्रश्न 1. महर्षि बाजश्रवा अगर दूध देने वाली गायों को ब्राह्मणों को दान में दे देते तो क्या होता ?
उत्तर – महर्षि बाजश्रवा अगर दूध देने वाली गायों को दान में दे देते तो यही होता कि उनके पास दूधारू गायों की कमी हो जाती। उन्हें पर्याप्त दूध नहीं मिलता।
दूसरी बात यह होती कि नचिकेता को उन्हें कुछ नहीं कहना पड़ता और न वे उसे मृत्यु को दान में देते । इस स्थिति में नचिकेता 'आत्मा का रहस्य' समझने से भी वंचित रह जाता ।
प्रश्न 2. यज्ञ से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर- यज्ञ से तात्पर्य है हवनादि करना, गरीबों तथा ब्राह्मणों को खिलाना और उन्हें दान देना । यज्ञ आर्यों का एक महान कृत्य रहा है ।
प्रश्न 3. अगर आपको तीन वर माँगने के लिए कहा जाय तो आप क्या माँगेंगे ?
उत्तर – यदि मुझे तीन वर माँगने को कहा जाय तो मैं निम्न वर माँगूगा
(क) मुझे ज्ञान की प्राप्ति हो ताकि मैं कभी फेल न करूँ ।
(ख) मुझे देश भक्त बनने की शक्ति मिले, ताकि मैं अपने वतन से धोखा न करूँ ।
(ग) मुझे ऐसी शक्ति मिले कि मैं कभी झूठ न बोलूँ ।
प्रश्न 4. नचिकेता 'साधु- प्रवृति' का था । 'साधु प्रवृत्ति' से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – 'साधु प्रवृत्ति से तात्पर्य है कि व्यक्ति माया मोह से परे हो जाय । अपनेपराये में वह कोई भेद न समझे । सारा संसार उसे अपना कुटुम्ब-सा लगे । उसे लोभ लेश मात्र नहीं हो।
व्याकरण :
प्रश्न 1. इनके पर्यायवाची शब्द बताइए:
(क) पुत्र - वत्स, बेटा, तनय ।
(ख) पिता - जनक, पितृ, तात ।
(ग) यमराज – मृत्युदेव कृतान्त, मृत्युपति ।
(घ) गाय — गौ, धेनु, सुरभि ।
(ङ) साधु - सज्जन, सुहृद, सुशील ।
प्रश्न 2. इनके विपरीतार्थक शब्द बतलाइए:
(क) सत्य - असत्य
(ख) धर्म - अधर्म
(ग) सहिष्णु — असहिष्णु
(घ) इच्छा —अनिच्छा
(ङ) सम्पन्न - विपन्न
प्रश्न 3. देखिए, समझिए और लिखिए :
पितृभक्त – पितृ + भक्त
मुखमंडल - मुख + मंडल
सहनशक्ति -सहन + शक्ति
गौशाला -गौ + शाला
महायज्ञ - महा + यज्ञ
ब्रह्मवाक्य -ब्रह्म + वाक्य
कर्मनिष्ठ -कर्म + निष्ठ
आत्मज्ञानी -आत्म + ज्ञानी
प्रश्न 4. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए :
(क) जो पिता की भक्ति करता हो - पितृभक्ति
(ख) जो सब कुछ जानता हो - सर्वज्ञ
(ग) जिसने आत्मा का रहस्य जान लिया है – आत्मज्ञानी
(घ) जिसने दृढ़ निश्चय कर लिया हो - दृढ़ निश्चयी
(ङ) जो सहनशील हो - सहिष्णु
पाठ से महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर
प्रश्न 1. बाजश्रवा को कब अपनी गलती का अहसास हुआ ?
उत्तर – बाजश्रवा को अपनी गलती का अहसास तब हुआ जब नचिकेता उनसे मृत्यु के देवता यमराज के पास जाने की अनुमति माँगने लगा । उनके मुँह से बहुत ही अनुचित बात निकल गई थी, किंतु मुँह से निकली हुई बात लौटाई भी नहीं जा सकती थी ।
प्रश्न 2. यमराज को किस बात के लिए दुख हुआ और उन्होंने उसके लिए क्या प्रायश्चित किया ?
उत्तर – यमराज को इस बात के लिए दुख हुआ कि नचिकेता को तीन दिनों तक उनके दरवाजे पर भूखा-प्यासा रहना पड़ा । इसका प्रायश्चित करने के लिए यमराज ने नचिकेता को तीन वर माँगने के लिए कहा।
प्रश्न 3. नचिकेता के किन गुणों से यमराज प्रभावित हुए?
उत्तर – नचिकेता की पितृभक्ति और दृढ़ निश्चय से यमराज प्रभावित हुए।
प्रश्न 4. यमराज को नचिकेता को किन बातों को सुनकर आश्चर्य हुआ और उसके किन गुणों से वे प्रसन्न हुए ?
उत्तर – यमराज को आश्चर्य हुआ कि इतना छोटा बालक पृथ्वी लोक में सुख देनेवाली वस्तुएँ न माँगकर अदृश्य स्वर्ग के बारे में प्रश्न कर रहा है। वे नचिकेता की तीव्र बुद्धि और स्मरण शक्ति से प्रसन्न हुए, क्योंकि यमराज ने स्वर्ग के बारे में जो कुछ बताया, नचिकेता ने उसे ज्यों-का-त्यों सुना दिया ।